जो ना आयें ख्वाबों में उन्हें याद करना जरूरी तो नहीं...
काम आये वक़्त पे ऐसा हमसफ़र कोई मिल जायेगा,
जब कभी आंसू निकले उसका कंधा नज़र आएगा...
बुलाता हो अक्सर, जब रात का गहराता हुआ सन्नाटा..
"बलदेव" तेरे शीशे में उसका ही अक्स नज़र आएगा....
2. तेरी आरज़ू का इक तोहफा जो हमें वक़्त ने थमा दिया,
अब कैसे वक़्त और जिंदगी से शिकवा करेंगे हम..3. वक़्त ने ही अक्सर हमको रुलाया है,
ग़मों का वैसे भी हमपे साया है..तेरी चाहत न होती तो फिर भी जी लेता मैं,
तेरे होने के दर्द ने ही मुझे तद्पाया है.....
4. खुशनसीब हैं वो जिन्हें तुम याद करते हो..
ख्वाबों में ही सही मिलने की फरियाद करते हो..5. तुम्हारी हंसी मेरी दुनिया को तो ना बदल पायेगी..
जब भी आयेंगे आंसू, मुझे तेरी याद जरूर आएगी....6. "बलदेव" तेरी चाहत ने तुझे यूँ भी रुलाया है,
बनाकर तुझे अपना, दरियाओं में डुबाया है..
जो न कभी बनती तस्वीर उसकी लकीर हूँ मैं.
मैंने ठोकर खाकर भी पत्थरों से दिल लगाया है...
7. इक फासला था जो मिट न पाया और हम चल दिए,
वो रोये भी गर बाद में तो ये आंसू मेरे किस काम के...
8. तेरे पहलू से जो छिटक कर है गिरा,
वो कुछ और नहीं, मेरे दिल का टुकड़ा था :-((
9. ये क्यों बेवजह मुझको तडपाने की ज़हमत उठाते हो...
ज़रा इंतज़ार करो, मैं खुद ही फनाह हो जाऊँगा..
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