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सोमवार, फ़रवरी 28, 2011

खनक रहा था, महक रहा था

खनक रहा था, महक रहा था ...
जीवन उन संग चहक रहा था..
खुशियाँ गीत सुनाती,
मुस्कान फूल बिखराती,
माथे पे बिंदिया दिल को चुरा ले जाती...
फिर ना जाने क्या था जो गम भर गया..
उसको मुझसे मुझको उससे जुदा कर गया..
खनक रहा था, महक रहा था ...
जीवन उन संग चहक रहा था..
ये बात अब पुरानी हो गयी...
जिंदगी "बलदेव" संग अब वीरानी हो गयी...
.

5 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तम प्रस्तुति... शुभागमन...!
    हिन्दी ब्लाग जगत में आपका स्वागत है, कामना है कि आप इस क्षेत्र में सर्वोच्च बुलन्दियों तक पहुंचें । आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके अपने ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या बढती जा सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको मेरे ब्लाग 'नजरिया' की लिंक नीचे दे रहा हूँ आप इसके दि. 18-2-2011 को प्रकाशित आलेख "नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव" का अवलोकन करें और इसे फालो भी करें । आपको निश्चित रुप से अच्छे परिणाम मिलेंगे । शुभकामनाओं सहित...
    http://najariya.blogspot.com

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  2. आपकी सभी रचनाओं को पढ़ा - ब्लॉग अच्छा लगा - शुभकामनाएं

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  3. अच्छा लिखा है...
    आपको शुभकामनाएं
    आप भी आइए....
    ब्लाग फालो करके खाता खोल रही हूं...

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  4. सुशिल जी, राकेश जी, वीणा जी व संगीता जी, आप सभी का बहुत बहुत आभार जो आपने मेरी रचनाओं को इस लायक समझा.. बस एक छोटा सा प्रयास कर रहा हूँ और ये भी जानता हूँ के आप सभी लोग इस क्षेत्र के अनुभवी लोग हैं तथा आप सब के सहयोग से कोशिश करूँगा के आगे भी अपने चाहने वालों की उम्मीदों पे खरा उतरूं. एक बार फिर से आप सभी का आभार.

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  5. " भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप को तथा आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामना. यहाँ भी आयें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो फालोवर अवश्य बने .साथ ही अपने सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ . हमारा पता है ... www.upkhabar.in

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